छोटे से गांव सोनपुर में, रात के समय लोग घरों से बाहर निकलने से डरते थे। इस डर का कारण थी "हरी मिर्च वाली चुड़ैल"। ऐसा कहा जाता था कि जो भी रात में बाहर निकलता, वह गायब हो जाता और सुबह केवल उसकी जली हुई हड्डियाँ और हरी मिर्चें ही मिलतीं। गांववालों को यकीन था कि यह काम हरी मिर्च वाली चुड़ैल का है।
रघु, जो गांव का सबसे साहसी युवक था, इस चुड़ैल की सच्चाई को जानना चाहता था। वह मानता था कि यह सब अंधविश्वास है और उसने ठान लिया कि वह इस रहस्य को सुलझा कर रहेगा। एक रात, जब पूरा गांव सो रहा था, रघु ने अपने साथ एक मशाल और चाकू लेकर चुड़ैल की तलाश में निकल पड़ा।
गांव के बाहरी इलाके में एक पुराना और सुनसान घर था, जिसे लोग भूतिया मानते थे। रघु ने सुना था कि चुड़ैल यहीं पर रहती है। उसने साहस जुटाया और घर के अंदर घुस गया। अंदर का नजारा देखकर वह हैरान रह गया। दीवारों पर अजीब-सी चित्रकारी थी और हर जगह हरी मिर्चें लटक रही थीं।
रघु धीरे-धीरे घर के अंदर बढ़ने लगा। अचानक, उसे एक अजीब-सी आवाज सुनाई दी। उसने मशाल को ऊंचा किया और देखा कि सामने एक बुजुर्ग महिला खड़ी थी। उसके बाल सफेद थे और आंखों में अजीब-सा तेज था। उसके हाथ में हरी मिर्चों की माला थी।
"कौन हो तुम?" रघु ने हिम्मत जुटाकर पूछा।
बुजुर्ग महिला ने हंसते हुए कहा, "मैं ही हूं हरी मिर्च वाली चुड़ैल। तुम यहां क्या करने आए हो?"
रघु ने साहसपूर्वक जवाब दिया, "मैं तुम्हारी सच्चाई जानने आया हूं। क्या तुम सच में लोगों को मारती हो?"
चुड़ैल ने गहरी सांस ली और कहा, "यहां की कहानियों में बहुत सच्चाई है, लेकिन पूरी कहानी कुछ और है। मुझे एक समय में एक साधारण महिला थी। मेरी बेटी और पति की हत्या कर दी गई थी, और उसके बाद मैंने यह रास्ता अपनाया। मैं केवल उन्हीं को मारती हूं जो गलत करते हैं।"
रघु को चुड़ैल की बातों में सच्चाई नजर आई। उसने चुड़ैल से पूछा, "क्या कोई तरीका है जिससे यह सब रुक सकता है?"
चुड़ैल ने उदास होकर कहा, "जब तक मुझे न्याय नहीं मिलेगा, यह सिलसिला नहीं रुकेगा।"
रघु ने गांव के मुखिया और अन्य प्रमुख लोगों को बुलाया और चुड़ैल की सच्चाई बताई। गांववालों ने चुड़ैल की मदद करने का फैसला किया और उसके परिवार के हत्यारों को पकड़वाने में उसकी मदद की। चुड़ैल ने रघु का धन्यवाद किया और वादा किया कि अब वह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगी।
धीरे-धीरे गांव में शांति लौट आई। गांववाले अब रात में भी बिना डरे बाहर निकल सकते थे। रघु ने साबित कर दिया कि साहस और सच्चाई के बल पर किसी भी रहस्य को सुलझाया जा सकता है।
हरी मिर्च वाली चुड़ैल की कहानी अब एक प्रेरणा बन गई। गांववालों ने सीख लिया कि अंधविश्वास से बाहर आकर सच्चाई का सामना करना ही सही रास्ता है।
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