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मोमोस वाली बहू - Moral Story for Kids in Hindi


 

चिंकी एक बेहद चटोरी और आलसी लड़की थी. वो कोई काम नहीं करती थी लेकिन उसे चटपटी चीज़ें खाना और पीना बेहद पसंद था. एक दिन उसने अपनी माँ से समोसे बनाने की डिमांड रखी, लेकिन माँ को गुस्सा आ गया और उन्होंने कहा की तू खुद ही बना ले. चिंकी को तो रोटी तक बनानी नहीं आती थी. उसने साफ़ इंकार कर दिया। माँ ने भी कहा की अगर तू कुछ नहीं बना सकती तो आज तुझे खाना नहीं मिलेगा। चिंकी भी रूठकर अपनी एक सहेली के पास चली गयी. 

उसकी सहेली भी काफी चटोरी लड़की थी. उसने चिंकी से कहा की वो उसके साथ रेस्टोरेंट चल सकती है. चिंकी मान गयी और वो रेस्टोरेंट गए. वहां पर उस समय मोमोस बन रहे थे. चिंकी ने मोमोस पहले कभी नहीं खाये थे. उसने रेस्टोरेंट के मालिक से पूछा कि यह क्या है तो रेस्टोरेंट के मालिक ने बताया कि यह मोमोस है यह बहुत ही टेस्टी और चटपटी होती हैं. आप एक बार खाएंगे तो बार-बार खाएंगे. चिंकी ने दो प्लेट मोमोज लगवा ली और दोनों ने खाए. वह उनको बहुत ही स्वादिष्ट लगे और उन्होंने एक प्लेट और खाई और एक प्लेट पैक करवा कर घर ले आई.

चिंकी ने अपनी मां को झूठ मुट्ठी कहा कि उसने एक नई डिश बनाई है. और वह उन्हें बहुत पसंद आएगी. उसकी मां ने मोमोस खाए और उनको बहुत स्वादिष्ट लगे. उन्होंने चिंकी की बहुत तारीफ की और कहा कि उसकी बेटी को एक नई डिश बनाना आ गया है. अब रोज चिंकी उस रेस्टोरेंट्स से मोमोस लाती और अपनी मां को खिलाती. मां को हमेशा यही लगता है कि चिंकी को खाना पकाना आ गया है. 

चिंकी की शादी की उम्र हो गई थी. तो 1 दिन लड़के वाले उनके घर आए. लड़के की मां ने पूछा कि लड़की को खाना पकाना आता है क्या? तो चिंकी की मां ने कहा कि उसे इतने अच्छे मोमोस बनाने आते हैं कि आपके मुंह में पानी आ जाएगा. लड़के का नाम पवन था. पवन को मोमोस बहुत पसंद थे. वो तुरंत शादी करने के लिए तैयार हो गया. जल्द ही दोनों की शादी हो गई. कुछ दिनों बाद लड़के की मां को पता लग गया था कि चिंकी को खाना पकाना नहीं आता है. लेकिन वह बराबर पास की एक रेस्टोरेंट्स ए मोमोस खरीद कर उनको खिलाती रहती थी. तो पवन और उसकी मां यही समझते थे कि चिंकी को बस मोमोस ही बनाना आता है.

 एक दिन पवन ने चिंकी से कहा की उसने अपने ऑफिस के कलीग्स को तुम्हारे मोमोस के बारे में बताया है की तुम कितने स्वादिष्ट मोमोस बनाती हो. वो सब ही तुम्हारे हाथों के बने मोमोस खाना चाहते हैं. मैंने उनको आज शाम घर पर आमंत्रित किया है. उनके लिए तुम्हे मोमोस बनाने हैं.

ये बात सुनकर चिंकी सकते में आ गयी. वो सोच रही थी की आज नजर बचाकर ढेर सारे मोमोस उस रेस्टोरेंट से लाने पड़ेंगे. हर रोज तो वह थोड़े से ही मोमोस लाती है, और उन्हें पर्स में छिपाने में आसानी होती है. लेकिन इतने सारे मोमोस कहीं दिखाई ना दे जाएँ माँ को. 

लेकिन चिंकी शाम के वक़्त मोमोस छिपाकर लाने में कामयाब हो गयी. शाम को पवन के दोस्त आये. चिंकी ने ने रेस्टोरेंट से लाये मोमोस पवन के दोस्तों के सामने रख दिए. दोस्तों ने उनको चाव से खाया लेकिन दो दोस्तों को उन मोमोस का स्वाद कुछ जाना पहचाना सा लगा. उन्होंने बताया की वो पास के रेस्टोरेंट में अक्सर जाय करते हैं और मोमोस खाते हैं, और ये मोमोस और चटनी बिलकुल हूबहू उस रेस्टोरेंट के मोमोस जैसे हैं. ये बातें सुनकर पवन और उसकी माँ को शक हुआ. 

की कहीं चिंकी उनको बेवकूफ बनाकर उस रेस्टोरेंट से ही तो मोमोस नहीं लाती है. चिंकी जब रसोई से बाहर आयी तो पवन ने कहा की मोमोस ख़त्म हो गए हैं, दोस्त अभी और भूखे हैं तो और मोमोस बना दो. सुनकर चिंकी घबरा गयी और कुछ सोचकर बोली की मोमोस का सामान ख़त्म हो गया है. पवन ने कहा की सामान वो बहार से अभी ले आता है. तो चिंकी ने कहा की वो बड़ी थक गयी है और ज्यादा मोमोस नहीं बना पायेगी.

पवन ने कहा की रेस्टॉरेंट तक जाने से तो वो नहीं थकती लेकिन जरा से मोमोस बनाने से थक गयी. सुनकर चिंकी घबरा गयी. पवन के दोस्तों ने भी चिंकी को रेस्टॉरेंट वाली बात बता दी. सुनकर चिंकी बेहद शर्मिंदा हो गयी. अब दोस्तों के चले जाने के बाद उसने पवन और माँ से माफ़ी मांगी और वडा किया की वो अब खुद से खाने पीने की हर चीज़ बनाना सीखेगी. पवन और माँ ने भी चिंकी को माफ़ कर दिया और फिर कुछ महीनों में ही माँ से और इंटरनेट पर देखकर चिंकी पूरा खाना बनाना सीख गयी.