एक घने जंगल में, बबलू नाम का एक छोटा सा हाथी रहता था। एक दिन, बबलू जंगल में घूम रहा था कि उसे एक रंगीन पतंग दिखाई दी जो एक ऊँचे पेड़ की शाखा में फँसी हुई थी। बबलू ने पतंग को निकालने की बहुत कोशिश की, अपनी सूंड को ऊपर उठाया, लेकिन वह पतंग तक नहीं पहुँच सका। वह बहुत निराश हो गया। तभी, वहाँ से चींटी रानी अपनी सहेलियों के साथ गुज़र रही थीं। बबलू ने उनसे मदद मांगी। चींटी रानी ने कहा, "ज़रूर बबलू, हम तुम्हारी मदद करेंगे।"
सारी चींटियाँ मिलकर पेड़ पर चढ़ने लगीं। वे धीरे-धीरे पतंग के पास पहुँचीं और उसे कुतरना शुरू कर दिया। कुछ देर में, पतंग पेड़ से आज़ाद हो गई और नीचे गिर गई। बबलू बहुत खुश हुआ और उसने चींटी रानी और उनकी सहेलियों को धन्यवाद दिया। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि एकता में शक्ति होती है और मिलजुलकर काम करने से मुश्किल काम भी आसान हो जाता है।